EPFO Pension: एम्प्लॉई प्रोविडेंट फंड ऑर्गनाइजेशन (EPFO) सिर्फ आपके PF का ही ध्यान नहीं रखता, बल्कि आपके बुढ़ापे का भी साथी है! जी हाँ, EPFO आपके लिए एम्प्लॉई पेंशन स्कीम (EPS) भी चलाता है, जो देश की सबसे बड़ी सोशल सिक्योरिटी स्कीमों में से एक है। ये स्कीम आपके रिटायरमेंट के बाद आपकी रेगुलर इनकम का जुगाड़ करती है। 👴👵
क्या है ये EPS स्कीम और कैसे मिलेगी आपको पेंशन? 🤔
EPFO ने ये स्कीम 16 नवंबर 1995 में शुरू की थी, ताकि जो लोग भी नौकरी करते हैं, उनको रिटायर होने के बाद पैसे की टेंशन न रहे। इस स्कीम में, आपको अपनी नौकरी के सालों और सैलरी के हिसाब से हर महीने पेंशन मिलती है।
EPS के धांसू फीचर्स 😎
- 10 साल की नौकरी, पेंशन पक्की: अगर आपने EPF मेंबर रहते हुए 10 साल भी नौकरी कर ली, तो आप पेंशन के हकदार बन गए! 🥳
- मिनिमम पेंशन: कम से कम 1000 रुपये महीना तो मिलेगा ही मिलेगा। 💸
- मैक्सिमम पेंशन: और ज्यादा से ज्यादा 7500 रुपये महीना तक पेंशन मिल सकती है। 💰
कौन बन सकता है EPS का हीरो? 🦸
EPS पेंशन पाने के लिए कुछ चीजें ज़रूरी हैं:
- 10 साल का एक्सपीरियंस: कम से कम 10 साल तक नौकरी करनी होगी। 💼
- उम्र 58 साल: 58 साल की उम्र के बाद ही पेंशन शुरू होगी। 🎂
- EPFO मेंबर: EPFO में आपका नाम रजिस्टर्ड होना चाहिए। ✅
- पैसे का योगदान: नौकरी करते वक्त EPS स्कीम में लगातार पैसा जमा करना होगा। 🏦
पैसे का गणित समझें! 🤓
आपकी बेसिक सैलरी का 12% हर महीने PF में जाता है, और आपकी कंपनी भी उतना ही पैसा आपके PF अकाउंट में डालती है। लेकिन कंपनी जो पैसा डालती है, उसमें से 8.33% आपकी पेंशन स्कीम में जाता है, और बाकी 3.67% आपके PF में जमा होता है।
सरकार ने 2014 से मिनिमम पेंशन 1000 रुपये महीना फिक्स कर दिया है। लेकिन लोग कह रहे हैं कि ये पेंशन कम है, और इसे बढ़ाकर 7500 रुपये महीना करना चाहिए। 🗣️
10 साल नौकरी करने पर कितनी पेंशन मिलेगी? 🤔
चलिए, अब देखते हैं कि अगर आपने 10 साल नौकरी की है तो आपको कितनी पेंशन मिल सकती है।
पेंशन कैलकुलेट करने का फॉर्मूला 📝
आपकी मंथली पेंशन निकालने के लिए ये फॉर्मूला है:
मंथली पेंशन = (पेंशनेबल सैलरी × पेंशनेबल सर्विस) / 70
- पेंशनेबल सैलरी: आपकी आखिरी 60 महीनों की सैलरी का एवरेज। 📊
- पेंशनेबल सर्विस: जितने साल आपने EPS में योगदान दिया। ⏳
उदाहरण:
मान लीजिए, आपकी पेंशनेबल सैलरी 15,000 रुपये है, और आपने 10 साल नौकरी की है, तो आपकी मंथली पेंशन होगी:
मासिक पेंशन = (15,000 रुपये × 10) / 70 = 2,143 रुपये
मतलब, 10 साल नौकरी करने पर भी आपको रिटायरमेंट के बाद पेंशन मिल सकती है। और जितने ज्यादा साल नौकरी करेंगे, उतनी ज्यादा पेंशन मिलेगी। 👍
EPS पेंशन के अलग-अलग रूप 🌈
- रिटायरमेंट पेंशन: 58 साल की उम्र होने पर ये पेंशन शुरू हो जाती है। 🥳
- अर्ली पेंशन: अगर आप 58 साल से पहले रिटायर होना चाहते हैं, तो 50 साल की उम्र के बाद अर्ली पेंशन ले सकते हैं। लेकिन इसमें पेंशन थोड़ी कम मिलती है। 📉
- विधवा पेंशन: अगर EPFO मेंबर की डेथ हो जाती है, तो उनके पार्टनर को हर महीने विधवा पेंशन मिलती है। 💔
- बाल पेंशन: मृत मेंबर के बच्चों को भी 25 साल की उम्र तक पेंशन मिलती है। 🧒👧
- अनाथ पेंशन: अगर मेंबर और उनके पार्टनर दोनों की डेथ हो जाती है, तो उनके बच्चों को 25 साल तक अनाथ पेंशन मिलती है। 😢
- विकलांगता पेंशन: अगर नौकरी के दौरान कोई विकलांग हो जाता है, तो उसे विकलांगता पेंशन मिलती है। इसमें 10 साल की नौकरी की शर्त ज़रूरी नहीं है। 🧑🦽
अर्ली पेंशन का ऑप्शन 🏃
अगर आप 58 साल से पहले पेंशन लेना चाहते हैं, तो अर्ली पेंशन का ऑप्शन चुन सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपकी उम्र कम से कम 50 साल होनी चाहिए, और आपने 10 साल की नौकरी पूरी की हो। अर्ली पेंशन में हर साल 4% पेंशन कम कर दी जाती है।
पेंशन बढ़ाने के तरीके 🚀
अपनी पेंशन बढ़ाने के लिए ये तरीके अपनाएं:
- ज्यादा साल नौकरी करें: जितने ज्यादा साल काम करेंगे, उतनी ज्यादा पेंशन मिलेगी। ⏳
- सैलरी बढ़ाएं: ज्यादा सैलरी होगी, तो पेंशनेबल सैलरी भी ज्यादा होगी, और पेंशन भी बढ़ेगी। 💰
- रेगुलर योगदान: EPS में लगातार पैसा जमा करते रहें। 🏦
- हायर पेंशन स्कीम: अगर आप एलिजिबल हैं, तो हायर पेंशन स्कीम का ऑप्शन चुन सकते हैं। 📈
इन तरीकों से आप अपनी पेंशन बढ़ा सकते हैं, और रिटायरमेंट के बाद आराम की जिंदगी जी सकते हैं! 😊
फैक्ट चेक:
यह आर्टिकल एम्प्लॉई प्रोविडेंट फंड ऑर्गनाइजेशन (EPFO) और एम्प्लॉई पेंशन स्कीम (EPS) के बारे में जानकारी देता है, जो कि भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही सामाजिक सुरक्षा योजनाएं हैं। आर्टिकल में दी गई जानकारी, जैसे कि EPS की शुरुआत की तारीख, न्यूनतम और अधिकतम पेंशन राशि, पात्रता मानदंड, पेंशन कैलकुलेशन फॉर्मूला और पेंशन के प्रकार, EPFO की आधिकारिक वेबसाइट और विश्वसनीय स्रोतों पर उपलब्ध जानकारी से मेल खाते हैं।